Yaad Shayari In Hindi – यादें, हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो हमें अपने गुजरे हुए क्षणों को याद दिलाती हैं। इन यादों में छुपी अनबन भावनाएं हमें वहां ले जाती हैं जहां हमने किसी को खो दिया हो या जहां हमारे साथी हमें बिना कहे समझ जाते हैं। याद शायरी एक खास तरीका है जिससे हम अपनी भावनाओं को सजाकर रख सकते हैं।
Yaad Shayari In Hindi
कुछ तस्वीर बाकी हैं अभी तक तेरी यादों की,
ये दिल खाली नहीं किसी और के लिए
चाहा तो बहुत मिटा दूँ इन तस्वीरों को,
पर मुमकिन नहीं ये इस आदमी के लिए !
कभी तुम्हारी याद आती हैं,
कभी तुम्हारी ख्वाब आती हैं,
मुझे सताने के तरीके तो,
तुम्हे बेहिसाब आते हैं !
सच्ची चाहते हो तो यादें कहां मिट पाती हैं,
यादों को मिटाने के लिए
लम्हे नहीं सदियां लग जाती है !
जब जब तेरी यादों का रमजान आता है तब तब,
मेरी आँखें नींद के रोजे रखती है !
तनहाई में इतना क्यों याद आती हो,
थोड़ा मुझे चैन से भी सो लेने दिया करो !
कैसे बदल लूँ ये आदत मैं अपनी,
कि मुझे तुझे याद करने की आदत हो गई है !
हर वक्त तुम्हारी याद आती है,
गुजरे हुआ वक्त याद दिलाती है,
चल देते हैं ऐ कदम मेरे,
सुनता है ऐ दिल जब नाम तेरा !
हमसे दूर जाओगे कैसे,
दिल से हमें भुलाओगे कैसे,
हम वो खुशबू हैं जो साँसों में बसते हैं,
भला साँसों को रोक पाओगे कैसे !
दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं,
शाम ढलते ही मेरे घर में मेला लगता है !
क्यूँ करते हो मेरे दिल पर इतना सितम,
याद करते नहीं तो याद आते ही क्यूँ हो !
अजीब है ये दिल न तुझे भूलता है,
और न तुझे याद करना चाहता है !
जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए
एक ऐसा खूबसूरत ख्याल हो तुम !
हम तुम्हे याद करेंगे तुम हमे याद करना,
देखते है हिचकियां किसे आती है !
हसरत नहीं अरमान नहीं आस नहीं है,
यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है !
सांस को बहुत देर लगती है आने में,
हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है !
हमारी किस्मत में तो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी,
जिसके नसीब में तू है उसे जिंदगी मुबारक !
दूरियों की ना परवाह कीजिये,
दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिये,
हम ज्यादा दूर नहीं आपसे,
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये !
यादों से दिल भरता नहीं दिल से यादें निकलती नहीं,
यह कैसी कशमकश है आपको याद किये बिना,
दिल को चैन मिलता नहीं !
इतना न याद आओ कि खुद को तुम समझ बैठूं
मुझे अहसास रहने दो कि मेरी अपनी भी हस्ती है !
बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादों,
का कारोबार मुनाफा कम ही सही,
मगर गुजारा हो ही जाता है !
वो गलियाँ वो चौबारा अब वो राहें याद आती हैं,
सोये थे जिन बाहों में हमें वो बाहें याद आती हैं !
तुम सिर्फ मेरी खुशियां ही नहीं हो,
मेरा नसीब भी हो मैं जितना तुमसे दूर हूँ
तुम उतना ही मेरे करीब भी हो !
आखिर थक हार के लौट आया मै बाजार से,
यादो को बंद करने के ताले कही मिले नहीं !
इस प्यार का भी अजीब सा फसाना है,
अगर हो जाए तो बातें लंबी,
अगर प्यार टूट जाए तो यादें लंबी !
जमाने में एक हुनर ये भी रखना,
अपने आसुओं को छुपाये रखना क्योंकि
जब किसी की याद आती है तो,
नमी गालों पे छा जाती है !
बहुत याद आता है मेरे दिल को तड़पाता है,
वो तेरा पास न होना मुझ को बहुत रुलाता है !
बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे,
आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया !
कुछ खूबसूरत पलों की महक सी है तेरी यादें,
सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं !
ए खुदा उन के हर लम्हे की हिफाजत करना,
मासूम सा चहेरा उदास हो अच्छा नहीं लगता !
तुम्हारे बाद किसी को दिल में बसाया नहीं हमने,
तुम चले गए तो क्या यादों को मिटाया नहीं हमने !
कभी उनकी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं !
दिल को छू जाती है ये रात की आवाज,
चौंक उठते हैं कहीं तूने पुकारा तो नहीं !
नहीं है कुछ भी मेरे दिल में सिवा उसके
मैं उसे अगर भुला दूँ तो याद क्या रखूँ…!!
बाज़ी-ए-मुहब्बत में हमारी बदकिमारी तो देखो
चारों इक्के थे हाथ में, और एक बेग़म से हार गये…!!
तुम खुश होकर मुस्कराते हो
हम तुम्हे खुश देख कर मुस्कराते हैं…!!
सारी सारी रात सितारों से उसका ज़िक्र होता है
और उसको ये गिला है के हम याद नहीं करते…!!
सोना चाहता हू पर नींद नहीं आती.
बदल-बदल के करवटे तेरी याद में यु ही रात गुज़र जाती हैं…!!
कितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनिया
जब अपना कोई कहता है तुम याद आ रहे हो…!!
तुम्हारा ख्याल भी तुम्हारी तरह मेरी नही सुनता
जब आता है तो बस आता ही चला जाता है…!!
तू देख सकता काश रात के पहरे में मुझको
कितनी बेदर्दी से तेरी याद मेरी नींद चुरा लेती है…!
अब जुदाई के सफ़र को मेरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो…!
इश्क की गहराईयों में खूबसूरत क्या है
मैं हूँ, तुम हो और कुछ की ज़रुरत क्या है…!
हम अपने नही अपनो के सहारे जी लिया करेंगे
आप याद आयोगी कभी कभी तो पि लिया करेंगे…!
खुद पूछो अपने दिल से कि मुझको भुलाना चाहता है
अगर वो ” हाँ ” कह दे तो कसम से मोहब्बत छोड़ दूँगा…!
दिल में उसकी चाहत और लबों पे उसका नाम है
वो वफ़ा करे ना करे जिन्दगी अब उसी के नाम है…!!
मत कहो की हमें कितना याद किया करते है
आपके मेसेज के इंतज़ार में जिया करते है
अगर न आये कभी मेसेज आपके तो
पुराना ही पढ़के मुस्कुरा लिया करते है |
अपनी यादों की खुशबू भी
हम से छीन लोगे क्या?
किताब-ए-दिल में अब ये
सूखा गुलाब तो रहने दो।
यूँ तो मुद्दतें गुजार दी है हमने तेरे बगैर,
मगर आज भी तेरी यादों का एक झोंका
मुझे टुकड़ो में बिखेर देता है।
किसी की यादों को रोक पाना मुश्किल है,
रोते हुए दिल को मनाना मुश्किल है,
ये दिल अपनों को कितना याद करता है,
ये कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर पाना मुश्किल है।
जुदा होकर भी सताने से बाज़ नहीं आते,
दूर रहकर भी वो दिल जलाने से बाज़ नहीं आते,
हम तो भूलना चाहते हैं हर एक याद उनकी,
मगर वो ख्वाबों में आने से भी बाज़ नहीं आते।
साँस लेने से भी तेरी याद आती है,
हर साँस में तेरी खुशबू बस जाती है,
कैसे कहूँ कि साँस से मैं ज़िंदा हूँ,
जब कि साँस से पहले तेरी याद आती है।
साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती,
दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती,
अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त,
कोई भूल नहीं पाता… और किसी को याद नहीं आती।
साथ ना रहने से रिश्ते टूटा नहीं करते ,
वक़्त की धुंध से लम्हे टूटा नहीं करते ,
लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया,
टूटी नींद है , सपने टूटा नहीं करते ||
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,
ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ,
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ..
यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती है,
आँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती है,
किसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं,
दिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है।
जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है निगाहें उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है।
तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम,
बस यही एक वादा निभा पायेगें हम,
मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन,
तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम।
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे,
दुनिया में हम खुश नसीब होंगे,
दूर से जब इतना याद करते है आपको,
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?
कुछ लोग भूल के भी भुलाये नहीं जाते,
ऐतबार इतना है कि आजमाये नहीं जाते,
हो जाते हैं दिल में इस तरह शामिल कि,
उनके ख्याल भी दिल से मिटाये नहीं जाते।
इतनी दूरियां ना बढ़ाओ
थोड़ा सा याद ही कर लिया करो
कहीं ऐसा ना हो कि तुम-बिन
जीने की आदत सी हो जाए…!!
कभी वो भी हमे देखने को तरस जायेंगे
भूली हुई दास्तान बनके हम याद आएंगे
आज टूट कर बिखर गए उनसे दूर होके हम
कभी वो भी इन टूटे हुए टुकड़ो से दिल बहलायेंगे |
उसने इतनी दूरियाँ तो मुझसे कर हीं ली हैं
के अब परेशान होता हूँ तो उसकी याद नही आती ||
तुझे पाना ! तुझे खोना…
तेरी ही याद मेँ रोना…।
ये अगर इश्क है !
तो हम तनहा ही अच्छेँ हैँ !
औरो की तरह हम नही लिखते है डायरियां..!
बस याद तुम्हारी आती है और बन जाती है शायरियाँ..!!
आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद करने की,
लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं ..
कौन पूछता है पिंजरे में बंद पंछियों को,
याद वही आते हैं, जो उड़ जाते हैं ….!!
ले लो वापस…ये आँसू…
ये तड़प…और ये यादें सारी…
नही हो तुम अगर मेरे…
तो फिर ये सजाएँ कैसी….
यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम,
न तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हम,
जिसको जितना याद करते हैं,
उसे भी उतना याद आयें हम ||
टूट जायेंगी तेरी z“जिद” की आदत उस वक़्त…
जब मिलेगी ख़बर तुझको
की याद करने वाला, अब याद बन गया है !!
ये माना की हम तेरी यादों के सहारे है
पर तू ये ना समझ लेना की हम तेरे इन्तजार में है
किसी ने मुझसे पूछा “वादों” और “यादों” में क्या अन्तर है…
मैंने सिर्फ इतना कहा…
वादें इन्सान तोड़ता है
और यादें इन्सान को तोड़ती हैं…
आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी
साथ गुज़री वो मुलाकात याद आएगी
पल भर क लिए वक़्त ठहर जाएगा,
जब आपको मेरी कोई बात याद आएगी ||
तेरी यादे भी समंदर के किनारों
पे आती लहेरो की तरह है,
जो ना खुद सूखती है न किनारों
को सूखने देती है…
उमर की राह मे रास्ते बदल जाते हैं
वक़्त की आँधी मे इंसान बदल जाते हैं
सोचते हैं आपको इतना याद ना करें
लेकिन आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते है…
हर रोज़ पीता हूँ तेरे छोड़ जाने के ग़म में,
वर्ना पीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं,
बहुत याद आते है तेरे साथ बिताए हुये लम्हें,
वर्ना मर मर के जीने का मुझे भी कोई शौंक नहीं ||
रिश्ता कई जन्मों का था,
वो एक जनम भी ना निभा सके
कह के गए अब याद ना करना,
हम एक पल भी ना भुला सके ||
चलो अब ख़त्म करते है यादों का सिलसिला
वो वक़्त और था जब तुम अपने से लगते थे ||
तुम्हारी यादों में मेरा अक्स झिलमिलाता होगा,
तुम्हारी बातोँ में मेरा जिक्र भी आता होगा,
लाख मशरूफ़ रहो तुम कहीं भी लेकिन
अक्सर मेरा ख्याल तुम्हें भी सताता होगा ||
तेरे बिना कैसे गुजरेंगी ये रातें,
तन्हाई का गम कैसे सहेंगी ये रातें,
बहुत लम्बी है घड़ियाँ इन्तजार की
करवट बदल-बदल कर कटेंगी ये रातें।
यादों की कीमत वो क्या जाने,
जो ख़ुद यादों को मिटा दिया करते हैं,
यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो
सिर्फ़ यादों के सहारे ही जिया करते हैं।
ख़ुद को समेट कर, ख़ुद में सिमट जाते हैं हम,
जब याद तेरी आती हैं फिर से बिखर जाते हैं हम।
अगर आँसू बहा लेने से यादें बह जाती,
तो एक ही दिन में हम तेरी याद मिटा देते।
कभी तुम्हारी याद आती हैं तो कभी तुम्हारे ख्वाब आते हैं,
मुझे सताने के तुम्हें तरीके तो बेहिसाब आते हैं।
कुछ बीते हुए लम्हों से मुलाक़ात हुई,
कुछ टूटे हुए सपनों से बात हुई,
याद जो करने बैठे उन तमाम यादों को
तो आपकी ही यादों से शुरूआत हुई।
तुझे याद करना भी अब तो
दिल की धड़कन सा बन गया हैं,
पता ही नहीं जिन्दगी साँसों से चल रही हैं
या तेरी यादों से।
याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी,
आईने में देखिये ख़ुद को हमसे बात हो जायेगी,
शिकवा न करिए हमसे मिलने का,
आँखे बंद करिए मुलाकात हो जाएगी।
कितने चेहरे हैं इस दुनिया में,
मगर हमको एक चेहरा ही नजर आता हैं,
दुनिया को हम क्या देखें,
उसकी याद में सारा वक्त गुजर जाता हैं।
महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता हैं,
गम छुपाकर मुस्कुराना पड़ता हैं,
कभी उनके भी हम मोहब्बत थे,
आजकल उन्हें याद दिलाना पड़ता हैं।
तुझसे सुबह और तुझसे ही शाम होता हैं,
जब-जब तुझे याद करूँ वो लम्हा ख़ास होता हैं।
आँखे भी मेरी पलकों से सवाल करती हैं,
हर वक्त आपको ही तो याद करती हैं,
जब तक देख न लें चेहरा आपका,
हर घड़ी आपका ही इन्तजार करती हैं।
याद करते हैं तुम्हे तुन्हाई में,
दिल डूबा हैं गमों की गहराई में,
हमें मत ढूढ़ना दुनिया की भीड़ में,
हम मिलेंगे तुम्हें तुम्हारी परछाई में।
यादों का सिलसिला भी कितना अजीब होता हैं,
वो जब दूर है, यादों की वजह से दिल के करीब होता हैं।
दिन भी ठीक से नहीं गुजरता
और रात भी बड़ी तड़पाती हैं,
क्या करू यार तेरी याद ही
जो इतनी आती हैं।
आपकी धड़कन से हैं रिश्ता हमारा,
आपकी साँसों से हैं नाता हमारा,
भूल कर भी कभी भूल न जाना,
आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा।
मुझे कुछ भी नहीं कहना इतनी सी गुजारिश है,
बस उतनी बार मिल जाओ जितना याद आते हो।
काश तू भी बन जाए तेरी यादों की तरह,
न वक़्त देखे न बहाना बस चली आये।
दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा,
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,
हिचकियॉं कहती हैं आप याद करते हो,
पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा?
मुलाकातें न सही थोड़ी बात ही कर लो,
दुआओं में ही सही थोड़ा याद ही कर लो।
माना कि तू ने मुझे भुला दिया जान-ए-जा,
मगर कभी तो मेरी याद में आँखें भीगा लिया कर।
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