Happy Republic Day Shayari In Hindi

Happy Republic Day Shayari in Hindi
Happy Republic Day Shayari in Hindi

Happy Republic Day Shayari In Hindi 26 जनवरी का दिन हर भारतीय के लिए एक विशेष दिन है, जब हम सभी मिलकर देश के संविधान स्थापित होने की खुशी में रंग-बिरंगे रूप में बदल जाते हैं। गणतंत्रता दिवस का यह त्योहार एक गौरवशाली सागर की भावना को उत्कृष्टता के साथ बयान करता है। इस मौके पर, भारतीय समाज के हर व्यक्ति का यह इच्छा है कि वह अपने आसपास के लोगों को इस उत्कृष्ट अवसर पर शुभकामनाएं भेजें और गणतंत्रता के महत्वपूर्णीय आदर्शों की शिक्षा दें।

मेरे तिरंगे की जो यह शान है !!
मेरे लिए यह सबसे बड़ा अभिमान है !

राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे !!
हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे !!
देश के लिए एक-दो तारीख नही !!
भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे !!

कुछ नशा तिरंगे की आन है !!
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है !!
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा !!
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!

इंडियन होने पर करीए गर्व !!
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व !!
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ !
हर घर पर तिरंगा लहराओ !!

आन देश की शान देश की देश की हम संतान है|
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहेचान है||
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं .

देश भक्तो के बलिदान से ,
स्वतनत्र हुए है हम ..
कोई पूछे कौन हो ,
तो गर्व से कहेंगे .
भारतीय है हम …
हैप्पी गणतंत्र दिवस

“ये बात हवाओ को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की…
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना !!

“ये नफरत बुरी है ना पालो इसे,
दिलों में नफरत है निकालो इसे,
ना तेरा, ना मेरा, ना इसका, ना उसका,
ये सब का वतन है बचालो इसे,
जय हिन्द जय भारत वन्दे मातरम्

आज़ादी की कभी शाम ना होने देगे,
शहीदो की कुर्बानी बदनाम ना होने देगे,
बची है जो 1 बूँद भी लहू की तो,
भारत मा का आँचल नीलम ना होने देगे!!

मैं मुस्लिम हूँ, तू हिंदू है, हैं दोनो इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले क़ुरान,
अपने तो दिल में है दोस्त बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान||

मैं इसका हनुमान हूँ , ये देश मेरा राम है ,
छाती चीर के देख लो, अन्दर बैठा हिन्दुस्तान है||

ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं||

आओ झुक के सलाम करें उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून,
जो देश के काम आता है||
Happy 26 January!

क्यों मरते हो यारो सनम के लिए,
ना देगी दुप्पटा कफ़न के लिए,
मरना है तो मरो वतन के लिए,
तिरंगा तो मिलेगा कफ़न के लिए||

भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास |

वतन हमारा ऐसा ना छोड़ पाए कोई
रिश्ता हमारा ऐसा ना तोड़ पाए कोई
दिल हमारा एक है, एक है हमारी जान
हिन्दुस्तान हमारा है और हम है इसकी शान ||

संस्कार, संस्कृति और शान मिले
ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले
रहे हम सब ऐसे मिल-झुल कर
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले ||

ना मरो सनम बेवफ़ा के लिए
2 गज जमीन नही मिलेगी दफन के लिए
मरना है तो मरो अपने वतन के लिए
हसीना भी दुपट्टा उतार देगी कफ़न के लिए ||

मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं,
है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं।
उन सिपाहियों को शत शत नमन करो,
मौत के साए में जो जिए जाते हैं।

एकता अखंडता संप्रभुता को निखारना है,
एक धरा पर सर्वधर्म राष्ट्र बनाना है।

ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता।
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।

बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ।
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।

भूलेगा देश कभी वह नजारा,
जब शहीदों के दिल में जल रही थी ज्वाला।
उनकी लहू धारा में बहकर किनारे पर पहुंची आजादी,
चलो आज उन वीर सपूतों को मिलकर करें हम नमन।

वतन की सर-ज़मीं से इश्क़ ओ उल्फ़त हम भी रखते हैं,
खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते हैं।

जो कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
खुदा के लिए नही ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना।

धर्म-पंथ, जाति राष्ट्र एकता के हित में हो,
सर्व भाषाओं में एक गान राष्ट्रीयता के हित में हो।

ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा,
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा।
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गंवाए,
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये।

बचपन का वो भी एक दौर था,
गणतंत्र में भी खुशी का शोर था।

याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम यह बलिदान तुम्हारा है,
हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है।

चढ़ गये जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली।
हम उनको प्रणाम करते हैं जो मिट गए देश के लिए,
हम उनको सलाम करते हैं।

हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती निकाल के,
इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के।

न हिंदू हैं, न मुस्लिम,
हम तो हैं भारतवासी।
बरसों पहले छोड़ दी हमने अंग्रेजों की गुलामी,
अब है भ्रष्टाचार को देश से खदेड़ने की बारी।

नहीं सिर्फ जश्न मनाना, नहीं सिर्फ झंडे लहराना,
ये काफी नहीं है वतन पर, यादों को नहीं भुलाना।
जो कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
खुदा के लिए नही ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना।

ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर।
इंसानियत ही है धर्म वतन का,
बस जियों वतन के नाम पर।

आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा,
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा।
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा,
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा।

तिरंगा लहरायेंगे,
भक्ति गीत गुनगुनाएंगे।
वादा करो इस देश को,
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे।

भारत के उन वीरो को सलाम,
जिन्होंने देश के लिए दिया प्राणों का बलिदान।
अमर शहीदों से देश के हर बेटे का है वादा,
लहू बहाकर भी हम करेंगे देश की हिफाजत।

ये बात हवाओ को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना।

भारत के गणतंत्र का सारे जग में मान है,
दशकों से खिल रही उसकी अदभुत शान हैं।

ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर।

ना हो कोई दुखी भारतीय यहां पर,
ऐसा दुख निवारक हिंदुस्तान बनाते हैं,
गणतंत्र दिवस हो शौर्य से भरा,
ऐसा सुख संपन्न भारत बनाते हैं।

हर एक दिल में हिंदुस्तान है,
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान है।
भारत मां के बेटे हैं हम,
इस मिट्टी पर हम सब को अभिमान है।

वो फिर आया है नये सवेरे के साथ,
मिल ज़ुल कर रहेंगे हम एक दूजे के साथ।

तैरना है समुद्र में तेरो नदी नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो वतन से करों इन बेवफा लोगों में क्या रखा हैं।

करते हैं गर्व देश के किसान जवान पर हम,
इतराते हैं बड़े शान से सर्व धर्म एक राष्ट्र है हम।

विश्व में गूंज रही भारत के गौरव की कहानी,
गर्व है हमें हमारी पहचान पर कि हम सब हैं हिंदुस्तानी।

दुश्मन की गोलियों का हम करेंगे सामना,
जो बुरी नजर रखे भारत पर, नामोनिशान है उसका मिटाना।

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