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Romantic Shayari in Hindi – इश्क और मोहब्बत की भावनाएं जब कविता और शायरी की रूप में व्यक्त होती हैं, तो वह शब्द नहीं, एक अहसास बन जाते हैं। रोमांटिक शायरी, जिसे हम प्रेम की भावनाओं को सुंदरता से व्यक्त करने का एक साहसी तरीका कह सकते हैं, हमें एक नया दृष्टिकोण देती है | रोमांटिक शायरी, जिसे हम ‘कलम की छुआछूत’ भी कह सकते हैं, एक ऐसा भाषाई कला है जो भावनाओं को सुंदरता से बखूबी व्यक्त करती है। यह शब्दों के जादू से परे, दिल की गहराईयों में छुपी हुई भावनाओं को साकार बनाने का एक खास तरीका है। यहाँ पर हम आप लोगो के लिए न्यू रोमांटिक शायरी लेकर आये है जो नीचे दिए गए है|
Romantic Shayari in Hindi
मत जाया करो अकेला छोड़कर हमे,
मालूम है ना तुम बिन कितने अकेले हैं !
हम आपके प्यार में कुछ कर न जायें,
बन के रूह बिछड़ ना जायें,
भूलना मुमकिन नहीं है आपको,
मरने से पहले कही मर ना जायें !
यू ही नहीं आती मस्ती दिल में जनाब,
मस्त रहना है तो दिल से इश्क कीजिए !
मोहब्बत की कसम तुम पर,
बहुत मरते हैं हम,
हर समय खुश रखेंगे तुम्हे,
हमने खाई हैं ये कसम !
मोहब्बत की बात जहाँ जहाँ आती है,
तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है !
जान है मुझे जिंदगी से प्यारी,
जान के लिए कर दू कुर्बान यारी,
उसके लिए छोड़ दू यारी तुम्हारी,
पर तुमसे क्या छुपाना तुम ही तो हो जान हमारी !
जो उसकी आँखों से बयां होते हैं,
वोह लफ्ज किताबो में कहाँ होते हैं !
मेरा हर लम्हा चुराया आपने,
आँखों को एक ख्वाब देखाया आपने,
हमें जिंदगी दी किसी और ने,
पर प्यार में जीना सिखाया आपने !
उसकी हम पर मर्जी नहीं,
हुकुमत चलती है !
जाने उस शख्स को कैसा ये हुनर आता है,
रात होती है तो आँखों में उतर आता है,
मैं उस के ख्यालों से बच के कहाँ जाऊं
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है !
मेरा हर लम्हा चुराया आपने,
आँखों को एक ख्वाब देखाया आपने,
हमें जिन्दगी दी किसी और ने,
पर प्यार में जीना सिखाया आपने !
जिन्दगी तुम मेरी बन जाओ रब से और क्या माँगू
जीने की वजह बन जाओ बस ये ही दुआ माँगू !
जिस चीज पे तू हाथ रखे वो चीज तेरी हो,
और जिस से तू प्यार करे वो तकदीर मेरी हो !
मोहब्बत में तेरी हम,
कुछ ऐसा कर जायेंगे,
संग तेरे हम जिए न जिए
बिन तेरे जरूर मर जायेंगे !
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम !
तुम मिल गए तो मुझ से नाराज है खुदा,
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है !
तुम्हारी Lovely आँखों ने,
हमें ऐसे Attract किया,
की सबको Neglect करके,
तुम्हे ही सेलेक्ट किया !
ऐसा क्या लिखूँ की तेरे दिल को तस्सली हो जाए
क्या ये बताना काफी नहीं की मेरी जिन्दगी हो तुम !
मैं तुम्हें मुकद्दर की लकीरों से चुरा लूंगा,
तुम एक बार मेरा होने का दावा तो करो !
चल करीब आकर एक दूसरे के,
तुम हमारे और हम तुम्हारे हो जाते है,
लगी है दोनों के दरमियां प्यार की आग,
लिपट के उसमें चल एक हो जाते हैं !
तुमसे मिले हैं जबसे, जी चाहता है,
की अब बिछड़ जाएं सबसे !
कैसे करूं मैं तुम्हारी यादों की गिनती,
सांसों का भी कोई हिसाब रखता है क्या !
आज बारिश में तेरे संग नहाना है,
सपना ये मेरा कितना सुहाना है,
बारिश की बूंदें जो गिरे तेरे होंठों पे,
उन्हें अपने होंठों से उठाना है !
तुम फिर उसी अदा से अंगड़ाई ले के हँस दो,
आ जाएगा पलट कर गुजरा हुआ जमाना !
बेचैन इस कदर था कि सोया न रात भर,
पलकों से लिख रहा था तिरा नाम चाँद पर !
इश्क है या इबादत,
अब कुछ समझ नही आता,
एक खूबसूरत ख्याल हो तुम,
जो दिल से नही जाता !
धड़कने आजाद हैं पहरे लगाकर देख लो,
प्यार छुपता ही नहीं तुम छुपाकर देख लो !
हश्र ना पूछो मेरी धड़कनों का तुम जो,
पास होती हो तो थम सी जाती हैं,
और ना हो तो सुकून कहां पाती हैं !
आपका चेहरा हसीन गुलाबो से मिलता जुलता है,
नशा पीने से ज्यादा तुमको देखने से चढ़ता है !
हर बार दिल से ये पैगाम आए
ज़ुबाँ खोलूं तो तेरा ही नाम आए
तुम ही क्यूँ भाए दिल को क्या मालूम,
जब नजरों के सामने हसीन तमाम आए !
गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है,
कौन सी खूशबू मुझमें बसा गए हो तुम,
जिन्दगी है क्या तेरी चाहत के सिवा,
ये कैसा ख्वाब हमें दिखा गए हो तुम !
न कोई जिद है ना कोई गुरूर है,
बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे,
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,
सजा जो भी हो मंजूर है हमें !
जी चाहे कि दुनिया की हर एक फिक्र भुला कर,
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर !
तुझको लेकर मेरा ख्याल नही बदलेगा,
दिन बदलेंगे साल बदलेगा,
लेकिन दिल का हाल नही बदलेगा !
अगर मेरी चाहतों के मुताबिक
जमाने की हर बात होती,
तो बस मैं होता तुम होती,
और सारी रात बरसात होती !
करीब रहूं या दूर जाऊँ मैं,
बस मेरा तो यही आलम है,
तुझे हर वक्त चाहूं मैं !
कहता है पल पल तुमसे हो कर दिल ये दिवाना,
एक पल भी जाने जाना हमसे दूर नही जाना !
जब मुझे प्यास लगती हैं न,
तो आपके रसीले,
होठों की बहुत याद आती है !
कुछ नशा तेरी बात का है,
कुछ नशा धीमी बरसात का है,
हमें तुम यूँही पागल मत समझो,
ये दिल पर असर पहली मुलाकात का है !
सौ दिल अगर हमारे होते
खुदा कसम सब के सब
तुम्हारे होते।
दिल जान से करेंगे हिफाज़त तेरी,
बस एक बार कह दे अमानत हूँ तेरी।
मुझे क्या पता था की मोहब्बत ही हो जाएगी,
हमे थो बस तेरा मुस्कुराना अच्छा लगा था।
हो दीदार तेरा तो मेरी भी सुबह हो जाए,
यूँ हर रोज सूरज से पहले कौन जागे।
यूँ तो हम अपने आप में गम थे,
मगर सच तो ये है वहा भी तुम थे।
सकी हम पर मर्जी नहीं,
हुकुमत चलती है।
मेरा पागलपन और तेरा प्यार,
बस इसी पर तो हम मरते है।
इससे ज्यादा तुझे और
कितना करीब लाऊ मैं,
की तुझे दिल में रख कर भी
मेरा दिल नहीं भरता।
जो उसकी आँखों से बयां होते है,
वोह लफ्ज़ किताबो में कहाँ होते है।
दिन का सबसे खूबसूरत
पल वो होता है,
जिस पल में तुम मेरे साथ
होते हो।
उनके लबो का जाम जब से मिल गया है,
मेरे दिल का समा
नशीले से नशीला हो गया है।
इतना प्यार तो मैंने खुद से भी नहीं
किया, जितना मुझे तुमसे हो गया।
कैसे कह दू इश्क़ नहीं है तुमसे,
मेरे लिए इश्क़ का मतलब ही तुम हो !!
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हे उतना ही प्यार आएगा।
हम तो फ़ना हो गए उनकी
आँखे देख कर ग़ालिब,
ना जाने वो आयना
कैसे देखते होंगे।
लाजमी है तेरा खुदपर गुरुर करना,
हम जिसे चाहे वो मामूली हो भी नही सकता…!
अकेले हम ही नही इस जुर्म-ए-मोहब्बत में,
नज़रे जब भी मिलती थी मुस्कुराया तुम भी करते थे…!
मुस्कुरा देते हो जब तुम मेरी किसी बात पर,
मुझे मेरा बात करना मुकम्मल लगता है…!
मेरा हो जा मुझे-ए-यार मुकम्मल कर दे,
या मुझे छोड़ दे इनकार मुकम्मल कर दे,
तू जो खुश है तो यही बात मुझे काफी है,
जीत जा मुझसे मेरी हार मुकम्मल कर दे…!
मुझे भेजा था रब ने दुनियां देखने को,
और मैं एक ही चहरे को तकता रह गया…!
एक तेरी ही तलाश है मुझे,
इसलिए भी मैं लोगो को अनदेखा कर देता हु…!
बस थोड़ा सा वक्त दे दिया करो मुझे,
तुम्हारा थोड़ा सा वक्त मेरा हर वक्त सही कर देता है…!
एक अजीब सी बेताबी है तेरे बिन,
रह भी लेते हैं और रहा भी नही जाता…!
एक ऐसी महक है तेरे एहसास में,
मैं कोई खुशबू भी लगा लू तो तेरी खुशबू आती है…!
मुझे कबूल ये भी नही तुझे आइना देखे,
तुझे बस मैं देखू, या फिर मेरा खुदा देखे…!
सिर्फ तुम करीब रहना मेरे,
मुझे और किसी की जरूरत ही नहीं…!
ज़िन्दगी में चाहे कितने भी विलाप हो,
लेकिन मेरी पसंद हमेशा से तुम हो…!
तुम्हे अपने लफ्जो में इतनी गहराई से लिखूंगा मैं,
के पढ़ने वालों को तुम्हे देखने की तलब होगी…!
मेरी ज़िन्दगी का वो सबसे खूबसूरत दिन था,
जब पहली बार तुमने मुझसे बात की…!
अगर मां बाप के बाद मैं किसी को खोने से डरता हु,
वो कोई और नही मेरी जान सिर्फ तुम हो…!
माना की परेशान किया है तुम्हे,
लेकिन प्यार भी तो तुम्ही से करता हु…!
मेरी एक छोटी सी खुवाइश है,
तुम्हारी गोद में सर रखकर बाते करना चाहता हु…!
मैं तेरा बाबू तू मेरी सोना,
सुनो मेरी जान कभी दूर मत होना…!
जी भर के डाट लिया करो हमे,
पर कभी दूर मत हुआ करो जान…!
तुम्हारे साथ एक छोटा सा घर बनाना है,
जो ज़िन्दगी भर आखिरी सांस एक चले…!
ये जो तुम्हारे चेहरे की मुस्कान है,
बस यही तो मेरी जान है…!
ये किसने कहा किसी को गुलाब देना इश्क है,
उसे गुलाब की तरह रखने को इश्क कहते है…!
हद से ज्यादा प्यार करेंगे तुम्हे,
बस तुम हमेशा हमारे रहना…!
कोई एक ही चाहिए प्यार करने वाला,
जिसे परेशान और प्यार करने का हक सिर्फ मेरा हो…!
मैं इतना प्यार करने लगा हु तुमसे की,
तुम दूर हो गए तो मैं मर जाऊंगा…!
जो हर तरह से मुझे समझ सके,
वो सिर्फ तुम हो कोई और नही…!
सुनो तुम आदत हो मेरी,
और ये आदत कभी छूट नहीं सकती…!
नाराज ना हुआ करो मेरी जान,
मैं तुम्हारे लिए ही तो जीता हु…!
दिल से प्यार किया है तो दिल से निभायेंगे,
जबतक जिंदा है सिर्फ तुम्ही को चाहेंगे…!
चाहे तुमसे कितने भी दिन मेरी बात ना हो,
मगर ख्याल तुम्हारा ही रहता है…!
वो दिन मेरी जिंदगी का सबसे खास दिन होगा,
जिस दिन मेरी शादी तुमसे होगी…!
जी तो करता है तुझसे लिपट के सो जाऊं,
तुजमे सिमट जाऊं तुझ मैं फना हो जाऊ…!
पल भर भी तुमसे बात हो जाये तो,
सुकून मिल जाता है मेरे दिल को…!
तुम मेरे नही हो सकते तो कसूर तुम्हारा है,
मैने तो दिन रात तुम्हे अपना माना है…!
वो मेरे कहने पर कुछ भी छोड़ सकता है,
पर मुझे कभी नही छोड़ेगा…!
ये कैसा जादू है तुम्हारे गालों में,
चूमता हु तो सारी थकान दूर हो जाती है…!
मैं नहीं जानता तुम किसके क्या हो,
मगर मेरे लिए मेरी जान हो…!
अपनी नजदीकियों मे शामिल कर मुझे,
मेरे पास पहले से खुशी की वजह कम है…!
पूरी दुनिया देख कर मैंने क्या करना है,
मेरा मन तो तुम्हे देख कर खुश हो जाता है…!
मानो या ना मानो,
पर तुम्हारे सिवा दिल में कोई और नही है…!
पहले क्या हुआ मुझे नही सुनना,
तुम अब मेरे हो सिर्फ मेरे ही रहना…!
मैं सारा जहां ठुकरा सकता हु,
अगर तुम्हारे साथ चलने की बात है…!
तुम्हारा गुस्सा नाराजगी सब कुछ सह सकता हु,
पर तुमसे दूरी बरदास नही कर सकता…!
तुम्हे पाने के लिए बेकरार है,
मेरे दिल में तुम्हारे लिए इतना प्यार है…!
मैं बहतर की तलाश कर रहा था खुदा,
तूने बेहतरीन दे दिया…!
ये मत सोचा की तुम्हे याद नही करते,
सुबह की रोशनी से लेकर अंधेरी रात तक तुम हो…!
पता नही ये कैसा रिश्ता है तुमसे,
हजार अपने हैं मगर याद सिर्फ तुम आते हो…!
तेरे सिवा इश्क किसी और से कैसे हो जायेगा,
चाहे हजार बार दिल लगाऊं जुबा पर सिर्फ तुम्हारा ही नाम आएगा…!
मरे तो लाख होंगे तुझपार मेरी जान,
मगर मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हु…!
हम खुशबुओं के साथ बहकते बोहोत है,
तेरी गली के फूल महकते बोहोत हैं…!
आज एक वादा करते है एक दूजे से,
हम कभी एक दूसरे से बात करना नही छोड़ेंगे…!
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